Haryana :- हरियाणा के नूंह जिले के लोगों के लिए एक ऐतिहासिक और खुशखबरी भरी खबर सामने आई है। मेवात क्षेत्र में पहली बार पैसेंजर रेल सेवा शुरू होने जा रही है, जिससे इस पिछड़े क्षेत्र को भी अब रेल नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। इस बड़ी परियोजना की स्वीकृति केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली-सोहना-नूंह-फिरोजपुर झिरका-अलवर रेल रूट को भारतीय रेलवे के नक्शे में शामिल करने के बाद दी गई है। इससे न केवल स्थानीय लोगों की यात्रा आसान होगी, बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी एक नई गति मिलेगी।

2500 करोड़ रुपये की लागत, केंद्र से मंजूरी
इस रेलवे प्रोजेक्ट की कुल लागत करीब 2500 करोड़ रुपये तय की गई है। सरकार की ओर से इसे आधिकारिक मंजूरी मिल चुकी है और जल्द ही इस पर काम शुरू होगा। यह रेलवे लाइन दिल्ली से शुरू होकर सोहना, नूंह, फिरोजपुर झिरका होते हुए अलवर तक जाएगी। यह मार्ग न सिर्फ हरियाणा और राजस्थान को जोड़ने वाला एक अहम ट्रैक साबित होगा, बल्कि ग्रामीण इलाकों के लाखों लोगों को भी फायदा पहुंचाएगा।
1971 से चल रही थी मांग, अब जाकर मिला हक
इस रेल लाइन की मांग पिछली पांच दशकों से की जा रही थी। इसकी नींव वर्ष 1971 में तब पड़ी थी, जब गुड़गांव से सांसद रहे चौधरी तैय्यब हुसैन ने इस रूट के लिए संसद में आवाज उठाई थी। उसी वर्ष केंद्र सरकार ने इस पर सर्वे भी करवाया था, लेकिन किसी न किसी कारण से परियोजना आगे नहीं बढ़ पाई। अब, लगभग 50 साल बाद, यह सपना हकीकत बनने जा रहा है।
पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर
रेल परियोजना को हरी झंडी मिलने के बाद मेवात क्षेत्र में जश्न जैसा माहौल है। स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने सरकार का आभार जताया है और कहा है कि यह रेल लाइन न केवल यात्रा के साधन को बेहतर बनाएगी, बल्कि रोजगार, व्यापार और शिक्षा के नए अवसर भी खोलेगी।
